Bureaucrats Magazine – Breaking News-यूपी कैडर की तेजतर्रार आईपीएस मंजिल सैनी एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. लखनऊ के चर्चित श्रवण साहू हत्याकांड मामले में तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तेज हो गई है. आइए जानते हैं कि कौन हैं आईपीएस मंजिल सैनी.
यूपी कैडर की आईपीएस मंजिल सैनी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. यह जांच 1 फरवरी 2017 में कारोबारी श्रवण साहू की हत्याकांड मामले की जांच सीबीआई कर रही थी. अब सीबीआई ने 18 मई 2016 से 27 मई 2017 तक लखनऊ की एसएसपी रहीं मंजिल सैनी के खिलाफ विभागीय जांच की सिफारिश की थी. आज हम लोग जानेंगे लेडी सिंघम के नाम से मशहूर मंजिल सैनी के बारे में.
आईपीएस मंजिल सैनी अभी एनएसजी की डीआईजी हैं. उन्होंने साल 2005 में पहले प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया था. उन्होंने यह कामयाबी बिना कोचिंग के हासिल की थी. मंजिल सैनी की पहली पोस्टिंग मुराबाद में बतौर एसएसपी हुई थी.
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में रही हैं गोल्ड मेडल विनर…….
मंजिल सैनी ने ग्रेजुएशन दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया है. यहां वह गोल्ड मेडलिस्ट रही थीं. इसके बाद उन्होंने तीन साल तक एक कॉर्पोरेट फर्म में काम किया. इसके बाद इस्तीफा देकर तैयारी शुरू की और पहले ही प्रयास में यूपीएससी एग्जाम क्रैक करने में कामयाब रहीं. मंजिल सैनी ने आईपीएस बनने से पहले साल 2000 में ही जसपाल देहल से विवाह कर लिया था. जसपाल दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में उनके सहपाठी थे. मंजिल सैनी और जसपाल देहल के दो बच्चे हैं- एक बेटी और एक बेटा.
किडनी चोरी के रैकेट का भांडाफोड़ कर आई थीं चर्चा में सैनी
आईपीएस मंजिल सैनी अपने करियर के शुरुआत में ही किडनी चोरी करने वाले एक रैकेट का भांडाफोड़ कर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गई थीं. एक रात उन्होंने साहस दिखाते हुए मेरठ और नोएडा के अस्पतालों में छापा मारा था.