अनुशासित और चुनौतियों से मुकाबला का हुनर जानने वाले, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी रहे, यश भारती सम्मान प्राप्त आईएएस सुहास लालिनाकेरे यथिराज (एल वाई) वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर जिले के जिलाधिकारी हैं। कोविड 19 वैश्विक महामारी के समय हाई प्रोफाइल शहर नोएडा में जब स्थितियां बेकाबू होने लगीं तब सुहास एल वाई की नियुक्ति उनके कुशल प्रशासनिक कौशल को देखते हुए की गयी।
कर्नाटक के रहने वाले सुहास एल वाई की शुरुआती पढ़ाई शिमोगा में हुई। उन्होंने एनआईटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद प्रशासनिक सेवा में जाने का मन बनाया और 2007 में सिविल सर्विसेज में कामयाबी हासिल की। उनकी पत्नी भी राज्य प्रशासनिक सेवा में अधिकारी हैं।
सुहास एल वाई की पहली पोस्टिंग बतौर असिस्टेंट कलेक्टर आगरा में हुई। जुलाई 2009 में वे आजमगढ़ के ज्वांइट मजिस्ट्रेट बनाये गये। इसके बाद वे मथुरा में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर बने। जुलाई 2011 से सितंबर 2012 तक वे महाराजगंज, सोनभद्र और हाथरस आदि जिलों के डीएम रहे। इसके बाद वे करीब तीन साल तक जौनपुर के डीएम रहे। इस दौरान उन्होंने जौनपुर में विकास कार्यों को नया आयाम दिया। उनकी क्षमताओं को देखते हुए उन्हें आजमगढ़ जिले की कमान सौंपी गयी जो अपनी अव्यवस्थाओं और पिछड़ेपन की वजह से बदनाम था। अपनी सभी पोस्टिंग में उन्होंने गुड गवर्नेंस, डेवलपमेंट और पाजिटिव एडमिनिस्ट्रेशन की मिसाल कायम की। आजमगढ़ में उन्होंने लोगों में खेल भावना को भी आगे बढ़ाया।
सुहास एलवाई शुरू से एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं और उनके नाम डेढ़ दर्जन अंतरराष्ट्रीय मैडल्स हैं। पैरा बैडमिंटन में उन्हे विश्व में नंबर -2 की रैंकिंग प्राप्त है। उन्होंने शटलर के रूप में 2016 में बीजिंग एशियन चैंपियनशिप में लोअर स्टैंडिंग-4 में गोल्ड जीत कर देश का गौरव बढ़ाया। इस उपलब्धि के लिए सुहास एलवाई को प्रदेश सरकार ने यश भारती सम्मान से भी नवाजा। उनकी जवाबदेह कार्यशैली और अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता के कारण महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की अति महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारी सौंपी गयी। कुंभ को सुव्यवस्थित और शानदार तरीके से आयोजित कराने के लिए उनके कार्यों की जमकर तारीफ हुई। उनकी प्रशासनिक उत्कृष्टता को देखते हुए वर्ष 2019 में उन्हें स्टेट प्लानिंग डिपार्टमेंट में स्पेशल सेक्रेटरी बनाया गया। उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में माना जाता है।
अप्रैल 2020 में नोएडा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर काबू करने के लिए उन्हें सीएम ने खुद नोएडा यानी गौतमबुद्ध नगर का डीएम बनाया। नोएडा में मेट्रोपॉलिटन कल्चर और तमाम मीडिया व आईटी हब होने की वजह से यह शहर बेहद हाई प्रोफाइल माना जाता है। सुहास एलवाई जिले में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए तमाम प्रयासों को मजबूती से कर रहे हैं। कोरोना काल में उनके कार्यों को एक योद्धा की तरह देखा जा रहा है।
फेम इंडिया और एशिया पोस्ट द्वारा शानदार गवर्नेंस, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, गंभीरता और व्यवहार कुशलता आदि दस मानदंडों पर किये गये सर्वे में गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल वाई ‘कर्मयोद्धा’ श्रेणी में प्रमुख स्थान पर हैं।