यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 की महिला टॉपर डोनुरु अनन्या रेड्डी इन दिनों काफी परेशान हैं। ऑल इंडिया रैंक-3 हासिल करने वाली डोनुरु अनन्या रेड्डी के साथ-साथ उनका पूरा परिवार भी परेशान है।
यूपीएससी रिजल्ट 2023 अप्रैल (2024) में जारी हुआ था। तेलंगाना की रहने वाली डोनुरु अनन्या रेड्डी रिजल्ट जारी होने के बाद से ही परेशान हैं, अब तो बात थाने-पुलिस तक पहुंची गई है। आइए जानें क्या है पूरा मामला?
डोनुरु अनन्या रेड्डी के साथ हुआ फर्जीवाड़ा–
डोनुरु अनन्या रेड्डी के साथ सोशल मीडिया पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। डोनुरु अनन्या रेड्डी ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। अनन्या रेड्डी ने अपनी शिकायत में कहा है कि, सोशल मीडिया पर उनके कई फर्जी अकाउंट बनाए गए हैं। उनकी पहचान का इस्तेमाल छात्रों और युवाओं को गलत जानकारी दी जा रही है।
डोनुरु अनन्या रेड्डी ने ये शिकायत 27 अप्रैल 2024 को दर्ज कराई थी। उनके बारे में ये बात सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। डोनुरु अनन्या रेड्डी ने शिकायत में कहा है कि, इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर), फेसबुक और टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर कई फेक सोशल मीडिया अकाउंट बनाए गए, जिसपर मेरी पर्सनल फोटो डाली जा रही है।
डोनुरु अनन्या रेड्डी के नाम से मेंटरशिप प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं..
डोनुरु अनन्या रेड्डी ने शिकायत ये भी जानकारी दी है कि उनके नाम से टेलीग्राम पर कुछ चैनल हैं, जो मेंटरशिप प्रोग्राम चला रहे हैं। जो पूरी तरह से फर्जी हैं। डोनुरु अनन्या रेड्डी ने कहा कि, उनके नाम से फर्जी मेंटरशिप प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, जहां युवा और छात्र इस भरोसे से आते हैं कि उनकी मदद होगी। लेकिन ऐसा नहीं है, उन्हें ठगा जा रहा है।
डोनुरु अनन्या रेड्डी ने अपनी शिकायत में कहा, ”ये चैनल मेरे नाम से पैसा भी इकट्ठा कर रहे हैं, जो उम्मीदवारों के वित्तीय हितों को नुकसान पहुंचा सकता है।”
डोनुरु अनन्या रेड्डी ने कहा-‘फर्जी अकाउंट पर मेरी तस्वीरें हैं…’
इसके अलावा तेलंगाना यूपीएससी टॉपर डोनुरु अनन्या रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट उनकी तस्वीरें अपलोड कर रहे हैं और यह गोपनीयता का उल्लंघन होगा।इन फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइलों के बारे में जानकारी देते हुए डोनुरु अनन्या रेड्डी ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और गोपनीयता के उल्लंघन के आरोप में शिकायत दर्ज कराईस है।
साइबराबाद साइबर क्राइम एसीपी रवींद्र रेड्डी ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस यह पता लगाने के लिए जांच कर रही है कि ऐसे कितने प्रोफाइल बनाए गए हैं और उन्होंने बिना सोचे-समझे पीड़ितों से कितना पैसा इकट्ठा किया है।