Etawah DM Shruti Singh: इटावा की डीएम श्रुति सिंह इस समय चर्चा में आ गई हैं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। इटावा से सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। सीएम योगी आदित्यनाथ से डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इटावा की जिलाधिकारी श्रुति सिंह (Shruti Singh) इस समय काफी चर्चा में आ गई हैं। इटावा सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया (Ram Shankar Katheria) के आरोपों के बाद एक सवाल उठ रहा है कि क्या उन पर भी योगी सरकार (Yogi Sarkar) की कार्रवाई की तलवार लटकेगी। छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस पदाधिकारी काफी चर्चा में रही हैं। अब भाजपा (Bhartiya Janata Party) सांसद के आरोपों के बाद उन पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। श्रुति सिंह 2006 बैच की छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस पदाधिकारी हैं। वे वर्ष 2018 में इंटर कैडर प्रतिनियुक्ति (ICD) के तहत उत्तर प्रदेश आई थीं। इसके बाद से वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं। अभी वे इटावा के डीएम के तौर पर काम कर रही हैं।
योगी आदित्यनाथ सरकार इस समय भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था से संबंधित मामलों को देखते हुए बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहा है। प्रदेश में जनप्रतिनिधियों की ओर से पहले भी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनमानी के मामले उठाए जा रहे थे। इन पर कार्रवाई नहीं होने से उनकी नाराजगी की भी खबरें आती रही थी। योगी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत से ही ऐसे मामलों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। सोनभद्र के डीएम टीके शिबू और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को पहले निलंबित किया जा चुका है। सोमवार को औरैया के डीएम सुनील वर्मा को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया।
बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद बढ़ा मामला
भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में सुनील वर्मा सस्पेंड होने वाले दूसरे डीएम हैं। इस कार्रवाई ने अधिकारियों में हड़कंप तो मचाया ही है। जनप्रतिनिधियों को अपनी बात सरकार के समक्ष रखने का भी मौका दे दिया है। इटावा के सांसद राम शंकर कठेरिया के बयान को इसी के तहत देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुनील वर्मा महाभ्रष्ट अधिकारी थे। उन पर कार्रवाई सही हुई है। साथ ही, सांसद ने औरैया की तरह ही इटावा के डीएम की भी जांच कराने का अनुरोध किया है।
सांसद ने की है संपत्ति की जांच की मांग
सांसद कठेरिया ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इटावा डीएम श्रुति सिंह की संपत्ति की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि डीएम भ्रष्टाचार में लिप्त रही हैं। मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के गृह जिला से सांसद बने कठेरिया के इस दावे ने प्रदेश में जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों के खिलाफ बोलने को आवाज दे दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा सांसद के आरोपों के बाद श्रुति सिंह के खिलाफ जांच की कार्रवाई शुरू होती है या नहीं।
छत्तीसगढ़ में रमन सिंह भी हुए थे नाराज
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी श्रुति सिंह से नाराज हुए थे। मार्च 2018 में रमन सिंह गरियाबंद जिले में लोक सुराज अभियान के तहत देवभोग विकासखंड में एक समाधान शिविर में भाग ले रहे थे। इस दौरान तत्कालीन सीएम के समक्ष राजस्व संबंधी शिकायतें आईं। इस पर उन्होंने तत्कालीन डीएम श्रुति सिंह से जवाब तलब किया। श्रुति सिंह शिकायतों पर कोई ठोस जवाब नहीं दे पाईं। इससे रमन सिंह नाराज हो गए और उन्होंने डीएम को हटाने का फैसला ले लिया।
तीन साल की प्रतिनियुक्ति पर आईं यूपी
मार्च 2018 में श्रुति सिंह तीन साल की प्रतिनियुक्ति पर यूपी आई थीं। मार्च 2021 में उनकी प्रतिनियुक्ति को दो साल के लिए बढ़ा दिया गया। श्रुति सिंह के पिता झांसी में पूर्व आयुक्त थे। उनके पति सेना छावनी लखनऊ में तैनात हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से उनकी पदोन्नति का परफॉर्मा यूपी सरकार के नियुक्ति विभाग को भेजा गया। इसके बाद उन्हें सचिव सह आयुक्त स्तर पर प्रोन्नत किया गया था। बाद में उन्हें इटावा का डीएम बनाकर भेजा गया। अब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ गए हैं।