उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के अगौता इलाके में रहने वाली एक विधवा और बुजुर्ग महिला नूरजहां के घर में पहली बार बल्ब से रोशन हुआ. इस से नूरजहां के चेहरे पर खुशी देखने लायक थी. इस खास पल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. दरअसल, पैसे की कमी के चलते बुजुर्ग नूरजहां के घर में इससे पहले बिजली का कनेक्शन नहीं था. नूरजहां के घर में बिजली की रोशनी मुमकिन हुई बुलंदशहर की सहायक पुलिस अधीक्षक आईपीएस अनुकृति शर्मा की वजह से. आइए जानते हैं कि कौन हैं आईपीएस अनुकृति शर्मा, उनके बैकग्राउंड और पढ़ाई-लिखाई के बारे में भी.
एक 70 साल की महिला नूरजहां के घर में पहली बार बिजली पहुंचाने वाली महिला आईपीएस अनुकृति शर्मा हैं. वह बुलंदशहर की सहायक पुलिस अधीक्षक हैं. वह मूलत: राजस्थान की रहने वाली हैं. उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे. अनुकृति ने साल 2007 में IIT JEE परीक्षा पास करके इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलकाता (IISER) में ग्रेजुएशन में दाखिला लिया. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा क्लीयर किया और आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका की राइस यूनिवर्सिटी चली गईं.
अमेरिका में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास करके भारत में प्रशासनिक सेवा में आने का मन बनाया. लेकिन उनके टीचर ने कहा कि वह जो करना चाहती हैं वह वैज्ञानिक बनने के बाद भी संभव है. उन्हें पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए. उस समय तो वह पढ़ाई में लग गईं. लेकिन भारत वापस लौटकर उन्होंने अपने सपने को हकीकत में बदलने की तरफ काम करना शुरू कर दिया.
अनुकृति शर्मा यूपीएससी एग्जाम के पहले अटेम्प्ट में मेन्स तक पहुंचीं. लेकिन दूसरे अटेम्पट में प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं हुआ. इसके बाद भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और तीसरे अटेम्प्ट में सफल रहीं लेकिन उनकी ऑल इंडिया 355वीं रैंक आई. इससे उन्हें राजस्व सेवा मिला. इससे वह संतुष्ट नहीं थीं. साल 2019 में उन्होंने चौथी बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दिया. इस बार उनकी 138वीं रैंक आई और वह आईपीएस बनने में कामयाब रहीं.
अनुकृति शर्मा ने यूपीएससी में ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर भूगोल रखा था. उनकी इस जर्नी में उनके पति ट्यूटर की भूमिका में थे. उन्होंने अनुकृति को उनके सपने को अचीव करने में मदद की. अनुकृति ने बताया था कि उनके पति उनके सबसे अच्छे दोस्त की तरह थे. वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पति को देती हैं.