हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के बाद हरियाणा पुलिस की अधिकारी एडीजीपी ममता सिंह की चारो तरफ तारीफ हो रही है. आइए जानते हैं कि अपने सख्त तेवर के लिए मशहूर आईपीएस ममता सिंह कौन हैं, उनका फैमिली बैकग्राउंड क्या है.
IPS Mamta Singh Story : हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा को लेकर हरियाणा सरकार और पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. दूसरी ओर हरियाणा पुलिस की ही एडीजीपी ममता सिंह की खूब तारीफ हो रही है. उन्होंने एक मंदिर में फंसे 2500 से अधिक लोगों को दंगाइयों से बचाया. उनकी तारीफ हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने भी की. आइए जानते हैं कि कौन हैं एडीजीपी ममता सिंह.
हरियाणा पुलिस की एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ममता सिंह 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. ममता सिंह ने पुलिस सेवा एमबीबीएस की पढ़ाई छोड़कर ज्वाइन की थी. उनकी गिनती हरियाणा के तेज तर्रार अफसरों में होती है. ममता सिंह अपने सख्त तेवर के लिए जानी जाती है. वह बाबा राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत से निपटने को लेकर भी सुर्खियों में रह चुकी हैं.
एंटी नक्सल ऑपरेशन भी कर चुकी हैं लीड
आईपीएस ममता सिंह हरियाणा कैडर की आईपीएस भले हैं लेकिन उन्होंने झारखंड और छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल और एंटी माओवादी ऑपरेशन भी लीड कर चुकी हैं. साथ ही वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ भी काम कर चुकी हैं. 47 साल की ममता सिंह को लोग हरियाणा की लेडी सिंघम भी कहते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार ममता सिंह मूलत: यूपी के अलीगढ़ की रहने वाली हैं.
ममता सिंह के दादा भी थे आईपीएस
ममता सिंह के पति आईपीएस देशराज सिंह भी हरियाण पुलिस में ही अधिकारी हैं. ममता सिंह के दादा भी आईपीएस थे. ममता सिंह के पिता एनपी सिंह और शकुंतला देवी चाहती थीं कि बेटी आईपीएस बने. लेकिन तब वह डॉक्टर बनना चाहती थीं. इंडियन पुलिस जर्नल के अनुसार ममता सिंह के दादा घमंडी सिंह एनकाउंटर में शहीद हो गए थे. ममता ने अपने सपने का त्याग करते हुए दादा से प्रेरणा लेकर आईपीएस बनना तय किया.