यूपी सरकार ने हाल ही में कई आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए हैं. जिसमें चर्चित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का नाम भी शामिल है. इन्हें बांदा जिले का नया डीएम बनाया गया है. आइए जानते हैं कि दुर्गा शक्ति नागपाल कौन हैं, इन्होंने कैसे UPSC पास की, कहां से पढ़ाई की है और किस वजह से चर्चा में रही हैं.
बता दें कि दुर्गा शक्ति नागपाल यूपी कैडर की आईएएस ऑफिसर हैं. वर्तमान में वे चिकित्सा शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के रूप में पदस्थ थीं. इससे पहले यूपीएससी निकालने के समय उन्हें पंजाब कैडर दिया गया था.
कौन हैं दुर्गा शक्ति नागपाल? (Who is IAS Durga Shakti Nagpal)…………….दुर्गा शक्ति नागपाल यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद पंजाब कैडर में उनकी नियुक्ति हुई. दुर्गा शक्ति नागपाल ने ड्टूटी के डेढ़ साल के अंदर ही एक भूमि घोटाले का खुलासा किया था. ग्रेटर नोएडा में रेत माफिया के खिलाफ एक्शन लिया था. उन्होंने अवैध खनन के खिलाफ ऑपरेशन चलाते हुए 15 लोगों को गिरफ्तार किया था. उनकी शादी चर्चित IAS अधिकारी अभिषेक सिंह से हुई है. यूपी कैडर के आईएएस अभिषेक सिंह से शादी के बाद दुर्गा शक्ति नागपाल को भी यूपी कैडर मिला. उनके पति अभिषेक सिंह को बीते महीने योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है.
दुर्गा शक्ति नागपाल का जन्म 1985 को छत्तीसगढ़ में हुआ था. उनके पिता भारतीय सांख्यिकी सेवा के अधिकारी थे. जबकि उनके दादाजी भी एक पुलिस अधिकारी थे. उनकी हाई स्कूल की पढ़ाई लिखाई, विवेक हाई स्कूल, चंडीगढ़ से हुई है. इसके अलावा इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से उन्होंने 2007 में बीटेक किया है
उन्होंने वर्ष 2008 में सिविल सेवा परीक्षा निकाली थी. तब उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा के लिए हुआ था. इसके बाद 2009 में उन्होंने दोबारा सिविल सेवा परीक्षा निकाली. तब उन्होंने 20वीं रैंक हासिल की थी
शुरुआत में दुर्गा नागपाल को पंजाब कैडर आवंटित हुआ था. वहां पर पोस्टिंग के दौरान उन्होंने कई घोटालों का खुलासा किया था और रेत माफियाओं के खिलाफ भी जबरदस्त कार्रवाई की थी. उन्होंने अवैध खनन के खिलाफ ऑपरेशन भी चलाया था. जिसमें कई लोगों को गिरफ़्तार किया था. साथ ही कई डंपर और ट्रॉलियां जब्त की थीं.
राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छा गया था मामला ……………….उस वक्त यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छा गया था। आईएएस एसोसिएशन ने भी दखल दिया था। तत्कालीन केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने मुख्यमंत्री की कार्रवाई को गलत ठहराया। दुर्गा शक्ति नागपाल को 28 जुलाई 2013 को निलंबित किया गया और 26 सितंबर 2013 को बहाल किया गया। करीब एक साल यूपी में नौकरी करने के बाद उन्होंने सेंट्रल डेपुटेशन के लिए आवेदन किया। वह 14 जनवरी 2015 से 24 मार्च 2021 तक केंद्र सरकार मेंअलग-अलग पदों पर काम करती रहीं। करीब एक साल पहले 24 मार्च 2021 को दुर्गा शक्ति नागपाल ने सेंट्रल डेपुटेशन से यूपी कैडर में वापसी की है। उन्हें राज्य सरकार ने 13 अप्रैल 2021 को चिकित्सा शिक्षा विभाग में बतौर विशेष सचिव नियुक्ति दी थी।
दुर्गा नागपाल के पति अभिषेक सिंह भी IAS अधिकारी हैं. वे 2011 बैच के यूपी कैडर के IAS हैं. अभिषेक से शादी के बाद दुर्गा शक्ति नागपाल को भी यूपी कैडर मिला था.