लंदन की नौकरी छोड़ भारत लौटकर दिव्‍या मित्‍तल बनीं आइएएस, अब मीरजापुर जिले में मिली नई तैनाती…

Mirzapur DM लंदन की शानदार नौकरी छोड़कर भारत लौटकर दिव्‍या मित्‍तल आइएएस बनीं और अब मीरजापुर जिले में उनको बतौर जिलाधिकारी नई तैनाती दी गई है। जिले में विंध्‍यधाम कारिडोर सहित पर्यटन आधारित परियोजनों की निगरानी और विकास उनके लिए बड़ी चुनाती होगी।

मीरजापुर में दिव्‍या मित्‍तल को नया जिलाधिकारी बनाया गया है।….

दिव्या मित्तल ने बताया कि वह सोमवार तक मीरजापुर आ जाएंगी और मंगलवार तक वह चार्ज संभाल लेंगी। बताती हैं कि वह मूलरूप से हरियाणा के रेवाड़ी की निवासी हैं लेकिन उनका जन्म दिल्ली में ही हुआ। उनकी ज्यादातर पढ़ाई भी दिल्ली में ही हुई। 10वीं और 12वीं करने के बाद दिल्ली में ही बीटेक किया और फिर आइआइएम बेंगलुरु से एमबीए की। इसके बाद उनकी शादी हो गई। उनकी और पति गगनदीप सिंह की लंदन में बहुत अच्छे पैकेज पर नौकरी भी लग गई लेकिन देश प्रेम इतना वह वहां ज्यादा दिन तक नहीं रह पाईं। पति-पत्नी ने इस्तीफा देकर लंदन से वापस लौटने का फैसला किया और हुआ भी यही।

पहले आईपीएस फिर बनीं आईएएस………….

देश वापस लौटने के बाद दिव्या मित्तल में आईएएस की तैयारी शुरू की। 2012 में दिव्या मित्तल का चयन आईपीएस के तौर पर हो गया, जहां उन्हें गुजरात कैडर मिला। आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान ही 2013 में उन्होंने फिर परीक्षा दी, जहां उनका चयन आईएएस में हो गया। दिव्या मित्तल के पति भी आईएएस अफसर है, जहां गगनदीप सिंह आईएएस एलाइड में भारत सरकार की सेवा में कानपुर में पोस्टेड है। आईएएस दिव्या मित्तल इससे पहले बतौर वीसी बरेली विकास प्राधिकरण, संयुक्त एमडी यूपीएसआईडीए, सीडीओ गोंडा और मवाना मेरठ के रूप में काम किया है। नीति आयोग में सहायक सचिव के रूप में काम करते हुए दिव्या मित्तल के द्वारा प्रधानमंत्री को दी गई 5 प्रस्तुतियों में से चुना गया था।

उनका मानना है कि वह सदैव समाज के लिए सोचती रहीं और आज भी समाज की भलाई के लिए हर स्तर पर कार्य करने से पीछे नहीं हटतीं। वह बताती हैं कि उन्हें आइएएस बनने की प्रेरणा उनके पति गगनदीप सिंह से मिली। भटिंडा के छोटे से कस्बे गिदड़बाग में रहने वाले गगनदीप सिंह भी पढ़ाई में प्रतिभाशाली थे। उन्होंने पंजाब में ही प्रारंभिक पढ़ाई की। इंजीनियरिंग के स्टूडेंट थे, शादी के बाद दिव्या के साथ ही नौकरी ज्वाइन की। गगनदीप इससे पहले सिंगापुर समेत कई जगह नौकरी कर चुके थे।

दिव्या बताती हैं कि विदेशों में पैसा बहुत था लेकिन फिर भी उनकी तरह गगनदीप का भी मन वहां नहीं लगा। उन्हें अपने देश से लगाव बहुत ज्यादा था। उन्होंने उनसे वापस भारत चलने को कहा, अच्छी नौकरी छोड़ने का फैसला करना मुश्किल था। काफी चर्चा के अंत में दोनों ने तय किया कि जो करेंगे अपने देश में ही करेंगे। फिर दोनों ने दिल्ली आकर आइएएस की तैयारी शुरू कर दी। दिव्या बताती हैं कि आइएएस बनने के लिए उन्होंने और गगनदीप ने कभी कोचिंग नहीं की। घर पर ही पढ़ाई की। गगनदीप ने 2011 में आइएएस क्वालीफाई किया और उन्होंने 2013 में। दोनों यूपी कैडर के आइएएस हैं। पति गगनदीप सिंह आइएएस एलाइड में भारत सरकार की सेवा में कानपुर में पोस्टेड हैं।

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बतौर डीएम तैनात आईएएस दिव्या मित्तल (IAS Divya Mittal) के कड़क अंदाज को आपने अक्सर देखा होगा। तहसील में फाइल गायब होने पर या फिर सीवर बिछाने में लापरवाही बरतने पर दिव्या मित्तल अंदाज बेहद कड़क रहता है। कड़क अंदाज के साथ बच्चों के प्रति बेहद मासूम व्यवहार रखने वाली आईएएस अफसर दिव्या मित्तल देश सेवा के लिए लंदन से लाखों रुपये की नौकरी छोड़कर वापस अपने देश लौट आईं। अपनी मिट्टी में वापस लौटने के बाद दिव्या मित्तल ने यूपीएससी (UPSC) की तैयारी शुरू की। दिव्या मित्तल पहले आईपीएस बनी फिर अगले साल आईएएस की परीक्षा पास की।

सोशल मीडिया पर है लाखों फॉलोवर

आईएएस दिव्या मित्तल के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर है। दिव्या मित्तल के ट्विटर पर एक लाख 39 हजार फॉलोवर है। इंस्ट्राग्राम पर 25 हजार से अधिक फॉलोवर है। फेसबुक पर भी दिव्या मित्तल के हजारों फॉलोवर है। ट्विटर पर दिव्या मित्तल ज्यादा सक्रिय रहती है, जहां पर वो यूपीएससी की तैयारी करने वाले बच्चों को ट्रिक देती है और तैयारी करने वालों को मोटिवेट भी करती है। यही वजह है कि सोशल मीडिया अकाउंट पर लाखों की संख्या में फॉलोवर है

फिर दिखा कड़क अंदाज, लगाई जमकर फटकार

मिर्जापुर की डीएम आईएएस दिव्या मित्तल का मंगलवार को फिर से एक बार कड़क अंदाज दिखा। दिव्या मित्तल नगर पालिका मिर्जापुर में गंगा प्रदूषण द्वारा कराए जा रहे सीवर और पेयजल आपूर्ति के कार्यों का निरीक्षण करने के लिए निकली हुई थी। इस दौरान खामी मिलने पर उन्होंने जमकर फटकार लगाई। दिव्या मित्तल ने कहा कि निरीक्षण के दौरान खामियां मिली है। सभी कामों को जल्द पूरा कराने को लेकर निर्देश दिया है। शहर में कराये गए कार्यों की जांच के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है। 30 दिन के भीतर अधिकारी जांच करके रिपोर्ट सौपेंगे। इससे पहले भी दिव्या मित्तल ने तहसील दिवस पर लेखपाल को जमकर फटकार लगाई थी, जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *