महज 21 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में सेल्फ स्टडी के दम पर आईएएस बने सक्षम गोयल आज प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओ के लिए प्रेरणास्रोत हैं.
भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में शुमार यूपीएसएसी को पास करने के लिए दिल्ली जैसे बड़े शहरों में कोचिंग सेंटर भरे पड़े हैं. उसी यूपीएससी एग्जाम को अगर कोई पहले ही प्रयास में पास कर IAS बन जाए तो इससे बड़ी उपलब्धि और क्या हो सकती है. इससे भी दिलचस्प बात तो ये है कि यूपी के इस युवा ने ये सफलता बिना कोचिंग किए हासिल की थी. सेल्फ स्टडी के दम पर आईएएस बने सक्षम गोयल अब चूरू में प्रशिक्षु आईएएस के पद पर हैं.
सक्षम गोयल वर्तमान में चूरू में प्रशिक्षु आईएएस हैं, वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे देश और दुनिया के हजारों, लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं. वो बताते हैं कि सफलता किसी बड़े कोचिंग इंस्टीट्यूट की मोहताज नहीं बल्कि वह तो मेहनत और कड़े संघर्ष के बल पर मिलती है. यूपी के आगरा निवासी सक्षम गोयल बताते हैं कि उन्होंने साल 2015 में सेंट कॉनरेड्स इंटर कॉलेज से दसवीं पास की थी और 2017 में दिल्ली के वसंत कुंज स्थित डीपीएस से 12 वीं तक की पढ़ाई पूरी की. गोयल बताते हैं यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने कोई कोचिंग नही ली. सिर्फ ऑनलाइन तैयारी की. गोयल बताते हैं वह रात को पढ़ाई करते थे और दोपहर में सोते और शाम को काफी घूमते थे. इसके साथ ही राजनीति में भी दिलचस्पी रखते हैं.इसकी वजह से सक्षम ने ग्रेजुएशन में राजनीति शास्त्र और अर्थशास्त्र जैसे विषय का चयन किया.
उम्र कम थी इसलिए लगा एक साल वक्त
सक्षम गोयल ने बताया कि ग्रेजुएशन के आखरी वर्ष 2020 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देने की तैयारी की थी. लेकिन जब उन्होंने फॉर्म भरने की तैयारी की तो उनकी उम्र कम थी. जिसके कारण वे उस वक्त फॉर्म नहीं भर पाए. लेकिन फिर अगले साल फॉर्म भरा और इंटरव्यू दिया. इंटरव्यू आधे घंटे तक चला था.जिसमें करीब 35 सवाल किए गए थे. जिसका उन्होंने बारी-बारी से जवाब दिया. इंटरव्यू के दौरान सबसे पहले उनसे पूछा गया कि आपके नाम सक्षम का क्या मतलब है. गोयल ने ऑल इंडिया 27वीं रैंक हासिल की थी.
युवा ये न सोचे कलेक्टर बनना है……
.प्रशिक्षु आईएएस सक्षम गोयल बताते हैं उनके परिवार में पहले से ही कई ब्यूरोक्रेट्स हैं. इसके साथ कॉलेज में भी कई एलुमनाई आकर लेक्चर देते थे तो लगता था कि यह जॉब बहुत ही अच्छी और सिक्योर जॉब है. उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे पास पॉलीटिकल सब्जेक्ट रहा. युवा कलेक्टर बनना है, यह सोचकर कभी तैयारी नहीं करें. पहले यह सोचे कि, क्या आपका यह पैशन है. इस एग्जाम में अनिश्चितता बहुत है. मुझे भी नहीं पता था कि कोई भी नौकरी मिलेगी की नहीं.