UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं। क्योकि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है।
इसके साथ ही लगभग हर विषय का ज्ञान होना भी जरूरी है। अगर कोई यूपीएससी परीक्षा को पास कर लेता है तो आसपास के इलाके में उसके चर्चे शुरू हो जाते हैं।
साथ ही बता दें इनमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक और वरीयता के आधार पर IAS, IPS, IFS आदि पद अलॉट किए जाते हैं।
वहीं इसी बीच आज हम आपको एक ऐसी ही पहले आईपीएस और फिर आईएएस बनी एक महिला अफसर की सफलता की कहानी बताने जा रहे है जिन्होंने कड़ी मेहनत से मुकाम हासिल किया है।
बता दें यह अफसर पुष्पालता यादव है। पति के सपोर्ट से उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा दी और 80वीं रैंक लाकर इतिहास रच दिया।
बता दें आईएएस पुष्पालता यादव हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक छोटे से गांव खुसबुरा की रहने वाली हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव से ही हुई। इसके बाद उन्होंने 2016 में बीएससी किया। इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन और एमबीए भी किया।
फिर उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में नौकरी की और फिर स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर उनका चयन हो गया। स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में नौकरी मिलने के दो साल बाद 2011 में उनकी शादी हो गई और वह हरियाणा के मानेसर में आकर रहने लगीं।
जब उन्होंने तैयारी के लिए पांच साल बाद किताबों को हाथ लगाया तो वह दो साल के बेटे की मां भी थीं। पति ने सपोर्ट किया तो उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया।
2011 में पुष्पलता यादव की शादी हो गई और शादी के बाद वो मानेसर आकर रहने लगीं। शादी के करीब चार साल उन्होंने UPSC की तैयारी का मन बनाया। इसके बाद पति के सपोर्ट से उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा दी और 80वीं रैंक लाकर इतिहास रच दिया।