बैठक में नेता सदन के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि देश में जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उप्र के बजट पर हम सभी वर्ष 2023 के प्रथम सत्र में चर्चा करने जा रहे हैं।
विधानमंडल के बजट सत्र से पहले रविवार को विधान भवन में हुई सर्वदलीय बैठक में विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी दलीय नेताओं से सदन के सुचारू संचालन में सहयोग की अपेक्षा की। विधान सभा अध्यक्ष ने आग्रह किया कि सत्र के दौरान सदस्य सदन में केवल हाजिरी न लगाएं बल्कि उपस्थित रहकर जनहित में सामूहिक चर्चा में भागीदार बनें, जिससे प्रदेश का विकास हो सके।
बैठक के दौरान महाना ने संसदीय परम्पराओं के अनुरूप राज्यपाल के अभिभाषण व बजट सत्र के महत्व के बारे में बताया। सभी दलों के नेताओं ने उन्हें सदन के संचालन में सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक में नेता सदन के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि देश में जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उप्र के बजट पर हम सभी वर्ष 2023 के प्रथम सत्र में चर्चा करने जा रहे हैं। लोकतंत्र में सदन सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। हम सबने कोरोना काल में भी सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया, जिसकी सराहना देश-दुनिया में हुई। उप्र दिन-प्रतिदिन प्रगति के पथ पर है। सदन में होने वाली सार्थक चर्चा प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने भी सभी दलीय नेताओं से सदन के सुचारू संचालन में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही निर्बाध रूप से संचालित होने से ही सभी समस्याओं का निदान होता है। इससे प्रदेश के विकास में भी मदद मिलती है।
बैठक में अखिलेश की जगह मनोज कुमार आए
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव बैठक में मौजूद नहीं थे। उनकी जगह समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने बजट सत्र में अपने दल का पूरा सहयोग करने तथा सकारात्मक चर्चा किये जाने पर सहमति जताई। नेता अपना दल (एस) रामनिवास वर्मा, नेता लोकदल राजपाल बालियान, नेता सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा (मोना), नेता जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) रघुराज प्रताप सिंह और नेता बहुजन समाज पार्टी ने भी सदन के संचालन में सहयोग देने का आश्वासन दिया
इससे पूर्व कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में समिति के सदस्यों ने सदन के तिथिवार कार्यक्रम पर चर्चा की और उन्हें अंतिम रूप दिया। एक अन्य बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई।