मां की एक नसीहत ने बनाया आईपीएस, ……………….

Bureaucrats Magazine – Breaking News –The passing out parade was taking place on the grounds of the Police Academy and one thing was running in the mind of a young woman IPS officer, ‘After all, we have done it, now we have to come down to the ground and do better for the society’. That officer was 2008 batch IPS Alankrita Singh. The only lesson I learned from my father since childhood is to live life with self-respect, to give back with respect what the society has given. The story of IPS officer Alankrita Singh is very interesting. Let us know today the inspiring story of his strength and determination.

 सुश्री अलंकृता सिंह आईपीएस-आरआर 2008, एक समर्पित पुलिस अधिकारी, जिन्होंने उत्कृष्टता के साथ सेवा की है, को जन्मदिन की शुभकामनाएँ! 🎉 कानून को बनाए रखने और न्याय सुनिश्चित करने के प्रति आपकी प्रतिबद्धता वास्तव में सराहनीय है। आपका विशेष दिन सकारात्मकता से भरा हो और आपके निलंबन के दौरान भी आपका करियर उज्ज्वल रूप से चमकता रहे। आपको शानदार जन्मदिन की शुभकामनाएं! 🎂🎈

Happy Birthday to Ms. Alankrita Singh IPS-RR 2008, a dedicated police officer who has served with excellence! 🔥 Your commitment towards upholding the law and ensuring justice is truly commendable. May your special day be filled with positivity and may your career shine brightly even during your suspension. Wishing you a wonderful birthday!

Bureaucrats Magazine -Inspiration of parents made her IPS-Alankrita…Alankrita Singh- मुझे मेरे पिता से यह प्रेरणा मिली। हम दो बहनें हैं और बचपन से ही पिताजी ने यह प्रेरणा दी कि अपने पैरों पर खड़ा होना है। आत्मसम्मान के साथ मजबूत इंसान बनकर समाज के लिए कुछ करना है। देश के लिए समर्पित होकर अच्छा करके दिखाना है। मेरे माता-पिता ने प्रेरणा दी, प्रोत्साहित किया कि कुछ बनना है।

Bureaucrats Magazine -महिलाएं सब कुछ कर सकती हैं – अलंकृता सिंह……………….अलंकृता सिंह- मेरी मां का बहुत सहयोग रहा है मेरे जीवन में, आज में जहां हूं उनकी नसीहत का असर है, उन्होंने हमेशा हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और साथ ही साथ मजबूत चरित्र का इंसान बनाया। मां ने हमें टिपिकल लड़कियों की तरह परवरिश नहीं दी। ऐसी मानसिकता हमारे दिमाग में नहीं डाली कि- घर का काम करना ही लड़कियों की नियति नहीं है। घर संभालना ही तुम्हारा भविष्य नहीं है।

IPS Alankrita Singh: अनुशासनहीनता पर सीएम योगी का एक्शन, आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह को किया निलंबित…………….बताया गया है कि अलंकृता सिंह ने 19-10-2021 की रात्रि को व्हाट्सएप्प कॉल के जरिये अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन उत्तर प्रदेश लखनऊ को अवगत कराया था कि वह इस समय लंदन में है। अलंकृता सिंह बगैर किसी प्रकार का अवकाश स्वीकृत कराए अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित चल रही हैं। जिस को लेकर सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई की है।

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का दूसरे कार्यकाल का एक महीना पूरा हो चुका है। अपने दूसरे कार्यकाल में सीएम योगी पूरे एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं। आए दिन माफिया-अपराधियों व अवैध निर्माण पर बुलडोजर सहित कार्रवाई हो रही है तो वहीं लापरवाह अधिकारियों पर भी एक के बाद एक सख्त कार्रवाई देखने को मिल रही है। ताजा मामला आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह (IPS Alankrita Singh Suspended) से जुड़ा है।

Bureaucrats Magazine -अलंकृता सिंह- मुझे एक इंसान होने के नाते जो करने में सबसे ज्यादा खुशी होगी वो यह होगा कि मुझे जो जीवन मिला है, जो अवसर मिला है आईपीएस बनकर लोगों की सेवा करने का मैं उसके लिए बहुत कृतज्ञ हूं। जितना समाज से मिला हैं उतना वापस दे पाए।  इस पुलिस में आम आदमी की मदद करने का बड़ा अवसर मिलता है । मेरे जीवन का लक्ष्य हैं मानवता की सेवा ।

Bureaucrats Magazine –पुलिस सेवा में कर सकते हैं सच्ची सेवा ‘…………………

अलंकृता सिंह-  हां बिलकुल, मेरे अंदर हमेशा रहता है कि कैसे समाज के लिए करना है, दो तीन बातें मन में रहती हैं-

  • महिलाओं के ऊपर जो अपराध होते हैं उन पर काम करना है ।
  • बच्चों के विषय पर खासतौर पर काम करना है।
  • इस तरह के काम करने हैं कि लोगों के जीवन में अंदर से सकारात्मक परिवर्तन हो ।  

Bureaucrats Magazine -‘हिम्मत बनाए रखनी हैं, हमारे लिए कुछ भी असंभव नहीं ‘……………………….अलंकृता सिंह- मैं और मेरा बेटा साथ मिलकर एक सपना देखते हैं, जिसको मैं जरूर पूरा करना चाहूंगी। हम दोनों चाहते हैं कि स्ट्रीट डॉग्स के लिए एक जमीन का टुकड़ा लेकर शेल्टर हाउस का निर्माण करें। इंसानियत का परिचय- ‘सबकी सेवा है’।  

Bureaucrats Magazine –पुलिस ट्रैनिग निभा सकती हैं बड़ी भूमिका’………..अलंकृता सिंह-  बहुत अच्छा महसूस हुआ, जिम्मेदारी महसूस हुई। पहला एक महीना ट्रेनिंग का बहुत मुश्किल था। समाज में हम लिंगभेद और विषमताएं व्याप्त हैं, आज मैं उसको बेहतर समझ पाती हूं। ट्रेनिंग के दौरान महसूस करती थी कि मुझे इतना दर्द क्यों होता है, क्यों ये काम इतना कठिन लग रहा है। जिस तरह आज हमारे समाज में लड़कियों का पालन पोषण हो रहा है, उनको खेलने-कूदने से रोका जाता है, बाहर खेलने जाने पर रोक-टोक होती है, घर में खेलने की ही नसीहत दी जाती है। मेरी भी पढ़ाई-लिखाई गर्ल्स स्कूल में हुई, वहां भी खेलकूद के अवसर सीमित थे, जिस वजह से फिजिकल ट्रेनिंग के समय दिक्कत आती है। जाहिर है ऐसे में खेलने के लिए प्रेरित जरूर करना चाहिए।  

Bureaucrats Magazine -‘जहां महिलाओं को मौका मिला उन्होंने करके दिखा दिया ‘…………………अलंकृता सिंह- अद्भुत अनुभव था,  जो ट्रेनिंग के पहले दिन लग रहा था क्या हम रस्सा चढ़ पाएंगे, घुड़सवारी कर पाएंगे, कभी सोचा नहीं था की ये सब कर पाएंगे। कैसे एक साल में अकादमी ने हमे सब सीखा दिया और हमे अपने उस्तादों की मदद से सब कर दिखाया। अपने अंदर की वो सब चीज़ें सामने निकलकर आ गईं जो सोचा नहीं था। वो अनुभूतियां खूबसूरत हैं ।  

अलंकृता सिंह-  बहुत अच्छा लगता है, समय के साथ आप आगे निकल सकते हैं। युवा पीढ़ी से बहुत कुछ सीख सकते हैं। अकादमी में उनके साथ अनुभव साझा करने का बेहतरीन मौका मिलता है।  

Bureaucrats Magazine -‘महिलाओं को नेतृत्व करता देख, भविष्य बेहतर दिखता हैं ‘…………………….अलंकृता सिंह- पुलिस बहुत पुरानी संस्था है और लंबे अरसे से सीआरपीसी और आईपीसी की प्रैक्टिस कर रहे हैं, जरूरत है और प्रभावी तरीके से काम करने की। महिलाओं और बच्चों को लेकर और ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। यह पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती है। उनके प्रति संवेदनशील होने की बहुत जरूरत है खासकर दुष्कर्म पीड़िता के साथ क्योंकि वो समाज से लड़ती हैं, समाज के द्वारा पीड़ित होती हैं और समाज से ही लड़ती हैं।

Bureaucrats Magazine -तान्या शेरगिल एक नाम, जब कोई महिला नेतृत्व करती है तो कैसा लगता है?……………अलंकृता सिंह- बहुत अच्छा लगता है और भविष्य बेहतर दिखता है। महिलाएं हर जगह परचम लहरा रही हैं, जिस जगह भी हैं बेहतर कर रही हैं । सबसे गर्व की बात है- अपने दम पर आगे बढ़ रही हैं। तान्या को देखकर अच्छा लगता है ।  

Bureaucrats Magazine –हिम्मत बनाए रखनी हैं, हमारे लिए कुछ भी असंभव नहीं ‘………………………..

अलंकृता सिंह- सभी चुनौतियों को स्वीकार करते हुए महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। अपने समकक्ष पुरुषों से ज्यादा चुनौतियों का सामना कर रही हैं। मेरा सन्देश यही है- बस हिम्मत बनाए रखिए, फिर देखिये हमारे लिए कोई भी चीज असंभव नहीं है । हम सबकुछ कर सकते हैं बस जरूरत है खुद पर विश्वास की ।

अलंकृता सिंह का परिचय

  • 2008 बैच की आईपीएस
  • वर्तमान नियुक्ति- डिप्टी डायरेक्टर, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी
  • मूल निवासी- बरेली, उत्तर प्रदेश
  • पिता- एसएस गंगवार
  • माता – विनय गंगवार
  • शिक्षा- 2002 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से गणित में एमएससी
  • पति-  विद्याभूषण, आईएएस 

‘हिम्मत बनाए रखनी हैं, हमारे लिए कुछ भी असंभव नहीं ‘………………………..

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