एक और आईएएस ने छत्तीसगढ़ छोड़ने दी अर्जी, श्रुति सिंह यूपी जाना चाहती हैं
एक और आईएएस ने छत्तीसगढ़ छोड़ने दी अर्जी, श्रुति सिंह यूपी जाना चाहती हैं
रायपुर | गरियाबंद कलेक्टर श्रुति सिंह ने कैडर परिवर्तन के लिए राज्य सरकार को आवेदन दिया है। 2006 बैच की आईएएस सिंह यूपी जाना चाहती हैं। श्रुति सिंह ने विवाहोपरांत कामन कैडर की सुविधा के तहत आवेदन दिया है। उनके पति सैन्य अफसर हैं और वे यूपी में पदस्थ हैं। श्रुति के आवेदन को जीएडी जल्द अपनी अनुशंसा के साथ केंद्र को भेजेगा।
लखनऊ : प्रशासन में फेरबदल के बाद लखनऊ, वाराणसी, इटावा और अलीगढ़ में जिलाधिकारी का पद खाली रहेगा.
छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस श्रुति सिंह को विशेष सचिव के पद से सचिव/आयुक्त के पद पर पदोन्नत किया गया है।
श्रुति सिंह, 2006 बैच की आईएएस अधिकारी मार्च 2018 में इंटर कैडर प्रतिनियुक्ति (आईसीडी) पर उत्तर प्रदेश आईं।
वह छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की कलेक्टर थीं, लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कुछ नाराजगी के कारण उन्हें पद से हटा दिया था।
उत्तर प्रदेश आने के बाद 22 मार्च, 2021 को डीओपीटी के माध्यम से 3 साल के लिए उन्हें विशेष सचिव कृषि, यूपी सरकार के रूप में तैनात किया गया था, लेकिन दो साल के लिए और बढ़ा दिया गया था।
उन्हें यूपी कैडर में प्रतिनियुक्त किया गया था क्योंकि उनके पिता बीबी सिंह झांसी के पूर्व आयुक्त थे जबकि उनके पति सेना छावनी लखनऊ में तैनात हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा डीपीसी के माध्यम से आईएएस में पदोन्नत किए जाने के बाद, उनकी पदोन्नति का प्रोफार्मा उत्तर प्रदेश सरकार के नियुक्ति विभाग को भेजा गया था, जिसके बाद उन्हें विशेष सचिव स्तर से सचिव / आयुक्त रैंक तक पदोन्नत किया गया था।
यूपी में सचिव रैंक के चार आईएएस अफसरों को चार जिलों में कलेक्टर की ड्यूटी सौंपी गई है..
अधिकारियों में वाराणसी के जिला कलेक्टर कौशल राज शर्मा, लखनऊ के जिला कलेक्टर अभिषेक प्रकाश, अलीगढ़ जिला कलेक्टर सेल्वा कुमारी जे और इटावा कलेक्टर सुरती सिंह शामिल हैं।
विधानसभा चुनाव के कारण लागू आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद सरकार इन चार जिलों के कलेक्टरों को सचिव के पद पर तैनात करेगी।
श्रुति बनी फतेहपुर की जिलाधिकारी
डीएम श्रुति शर्मा ने ग्रहण किया पदभार:कहा- सरकार के योजनाओं का जरूरतमंद को मिलेगा लाभ, ड्यूटी से गायब रहने वालों पर होगी कार्रवाई
फतेहपुर की नवागंतुक जिलाधिकारी श्रुति शर्मा ने रविवार को पदभार ग्रहण कर लिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का काम किया जायेगा। जिले में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी के दौरान गायब मिले तो सख्त कार्रवाई होगी। केंद्र व प्रदेश सरकार के योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद को मिले इसका पूरा ध्यान दिया जायेगा।
पदभार ग्रहण करने के बाद डीएम श्रुति शर्मा ने कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें कड़े शब्दों में कहा कि अगर ड्यूटी के दौरान कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना सूचना के गायब मिले तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी।
विकास कार्य में लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई
उन्होंने कहा कि जो विकास कार्य होना है। उसको प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना जरूरी है। अगर विकास कार्य में किसी अधिकारी कर्मचारी द्वारा कोई गड़बड़ी की शिकायत मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
इसके पहले बलरामपुर की थी डीएम
2011 बैच की आईएएस अधिकारी श्रुति शर्मा इसके पहले बलरामपुर में डीएम के पद पर तैनात रही। इनके पति प्रयागराज में एसएसपी के पद पर तैनात हैं। शासन ने फतेहपुर की डीएम रही अपूर्वा दुबे को उन्नाव की डीएम बना दिया है और उनका कार्यकाल जिले में 18 माह था।