Gaurav Kaushal ने UPSC पास करने के 11 साल बाद छोड़ी नौकरी, अब पकड़ेंगे IAS Roman Saini जैसी राह

Bureaucrats Magazine – Breaking News – सिविल सेवाओं की नौकरी त्यागने के बाद, उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए मेंटरशिप की शुरुआत की।

Gaurav Kaushal Mentorship Program: UPSC CSE 2022 के Toppers की सक्‍सेस स्‍टोरियों के बीच IDES Gaurav Kaushal (IAS-Allied) ने सिविल सेवा से इस्‍तीफा दे दिया है। Youtube Channel पर नया प्‍लान भी शेयर किया है।

Bureaucrats Magazine –आईएएस अफसर बनने के लिए, यूपीएससी परीक्षा उन सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए, विद्यार्थियों को अपनी मेहनत और पढ़ाई में लगनी पड़ती है। हर साल, हजारों उम्मीदवार IAS, IPS, IFS, और IRS जैसे विभिन्न सिविल सेवा में चयनित होने के लिए प्रतियोगी परीक्षा देते हैं, लेकिन इनमें से केवल कुछ ही व्यक्तियों को बड़ी प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफलता मिलती है। आज हम गौरव कौशल के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक की, लेकिन फिर भी उन्होंने अलग दिशा चुनी।

Bureaucrats Magazine –गौरव कौशल निश्चित रूप से युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने सिर्फ UPSC सिविल सेवा परीक्षा ही नहीं, बल्कि आईआईटी-जेईई और सीजीएलई जैसी परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त की।

Bureaucrats Magazine -इंजीनियरिंग कौशल: हरियाणा के निवासी इंजीनियरिंग कौशल हैं, जिन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पंचकुला में पूरी की। उन्होंने एक प्रमुख एंट्रेंस परीक्षा, जो कि जेईई है, को पास किया और उन्हें आईआईटी दिल्ली में प्रवेश प्राप्त हुआ। एक वर्ष के पाठ्यक्रम के बाद, उन्होंने आईआईटी दिल्ली को छोड़ने का निर्णय लिया और इसके बजाय बिट्स पिलानी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। एक बार फिर, एक वर्ष के पाठ्यक्रम के बाद, उन्होंने अपने पठन को बदल दिया और कॉलेज को छोड़ दिया, इस बार उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की डिग्री हासिल की।

Bureaucrats Magazine –उन्होंने 2012 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में 38वीं ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) प्राप्त की। इसके बाद, वह भारतीय रक्षा संपदा सेवा (आईडीईएस) में शामिल हो गए, जहां उन्होंने कैंट बोर्ड के अंदर प्रशासनिक कार्यों का मार्गदर्शन किया और सैन्य भूमि के प्रबंधन का कार्य किया। बाद में, उन्होंने यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए मेंटरिंग के रूप में 12 साल की नौकरी छोड़ दी।

Bureaucrats Magazine –उन्होंने कर्मचारी चयन आयोग – संयुक्त ग्रेजुएट लेवल (एसएससी सीजीएल) परीक्षा में भी सफलता प्राप्त की, लेकिन वह उस पद को नहीं स्वीकार किया। उन्होंने अपनी सिविल सेवा नौकरी को छोड़ने का निर्णय लिया, जो कि उनके इच्छाशक्ति को दर्शाता है।

Bureaucrats Magazine –अब, उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए मेंटरिंग का काम शुरू किया है, जिससे वे युवाओं को आईएएस अधिकारी बनने में मदद कर सकते हैं। वे मानते हैं कि यदि युवाओं को सही मार्गदर्शन दिया जाए, तो वे देश में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकते हैं। उनका मानना ​​है कि छात्रों को मार्गदर्शन देने और उन्हें आईएएस अधिकारी बनने में सहायता करने की क्षमता, उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण प्राप्ति है।

Bureaucrats Magazine –Why Gaurav Kaushal Left IAS: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) पास करके नौकरी पाने के बाद अधिकांश लोग उसी में जिंदगी खपा देते हैं, मगर Roman Saini की तरह IAS की नौकरी छोड़ Unacademy जैसा एजुकेशन प्‍लेटफॉर्म शुरू करने वालों की संख्‍या गिनती की है। इस कड़ी में नया नाम Gaurav Kaushal का शामिल हो गया है।

Bureaucrats Magazine –यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद 12 साल बाद गौरव कौशल ने रक्षा मंत्रालय की सरकारी छोड़ दी है। इसकी घोषणा अपने यूट्यूब चैनल पर तीन दिन पहले की है। साथ ही गौरव कौशल ने सिविल सेवा छोड़ने के बाद का अपना प्‍लान भी शेयर किया

Bureaucrats Magazine –गौरव कौशल ने साल 2012 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। इन्‍हें दूसरी सूची में देशभर में 38वीं रैंक मिली थी। फिर यूपीएससी की ग्रुप A की सर्विस भारतीय रक्षा सम्पदा सेवा (Indian Defence Estates Service ) के अधिकारी बने। पहली हिमाचल प्रदेश के कसौली में सीईओ (रक्षा मंत्रालय) के पद पर हुई। इंडियन डिफेंस एस्टेट सर्विस भारत सरकार में एक सिविल सेवा है। IDES का काम सैन्य भूमि की देखरेख करना और कैन्टोनमेंट बोर्ड की प्रशासनिक व्यवस्था करना होता है। गौरव कौशल ने सिविल सेवा क्‍यों छोड़ी? अपने यूट्यूब चैनल पर सिविल सेवा छोड़ने की जानकारी देते हुए गौरव कौशव ने कहा कि साल 2012 में यूपीएससी की सिविल सेवा पास करने के साथ ही तय कर लिया था कि ‘मुझे इस नौकरी में 60 साल उम्र में रिटायर नहीं होना। इससे पहले ही कोई बड़ा कदम उठाऊंगा।


Bureaucrats Magazine –गौरव कौशल ने साल 2012 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। इन्‍हें दूसरी सूची में देशभर में 38वीं रैंक मिली थी। फिर यूपीएससी की ग्रुप A की सर्विस भारतीय रक्षा सम्पदा सेवा (Indian Defence Estates Service ) के अधिकारी बने। पहली हिमाचल प्रदेश के कसौली में सीईओ (रक्षा मंत्रालय) के पद पर हुई। इंडियन डिफेंस एस्टेट सर्विस भारत सरकार में एक सिविल सेवा है। IDES का काम सैन्य भूमि की देखरेख करना और कैन्टोनमेंट बोर्ड की प्रशासनिक व्यवस्था करना होता है।


Bureaucrats Magazine -गौरव कौशल ने सिविल सेवा क्‍यों छोड़ी?………….

अपने यूट्यूब चैनल पर सिविल सेवा छोड़ने की जानकारी देते हुए गौरव कौशव ने कहा कि साल 2012 में यूपीएससी की सिविल सेवा पास करने के साथ ही तय कर लिया था कि ‘मुझे इस नौकरी में 60 साल उम्र में रिटायर नहीं होना। इससे पहले ही कोई बड़ा कदम उठाऊंगा।

Bureaucrats Magazine –अब सिविल सेवा से इस्‍तीफा देकर अपने सपने को पूरा करूंगा। मेरा सपना है कि देश के किसी भी कोने में आईएएस, आईपीएस की तैयारी करने वाला अभ्‍यर्थी किसी भी वजह से अपने आप को बेसहारा महसूस नहीं करे।’ मतलब ये है कि गौरव कौशल भी पूर्व आईएएस रोमन सैनी की तरह यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए कोई एजुकेशन प्‍लेटफॉर्म ला सकते हैं।

Bureaucrats Magazine –गौरव कौशल ने पहले भी लिए चौंकाने वाले फैसले सिविल सेवा छोड़ने का फैसला लेने के बाद गौरव कौशल ने कहा कि ‘मैंने अपनी जिंदगी में इससे पहली बार जोखिम भरे बड़े फैसले लिए हैं। उन्‍हीं में से एक है बिट्स पिलानी से कम्‍प्‍यूटर साइंस से बीटेक की पढ़ाई एक साल ही छोड़ना। IIT-JEE दो बार पास करने के बाद IIT Dehli में सीट मिलने के बावजूद ज्‍वाइन नहीं किया। इंजीनियरिंग कॉलेज में प्‍लेसमेंट का मौका भी छोड़ दिया था। SSG CGL पास करने के बाद भी सरकारी नौकरी का मौका आया, मगर ज्‍वाइन नहीं किया और सात साल की नौकरी करने के बाद सिविल सेवा ही छोड़ दी।

Bureaucrats Magazine –सिविल सेवा छोड़ने के बाद अब क्‍या करेंगे गौरव कौशल? गौरव कौशल ने बताया कि सिविल सेवा छोड़ने के बाद वे यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए मेंटरशिप प्रोग्राम लेकर आए हैं। हालांकि पिछले काफी समय से गौरव कौशल अपने Youtube चैनल के जरिए यूपीएससी की तैयारी करने वालों को मेंटरशिप कर रहे हैं। गौरव कौशल के नाम से एंड्राइड एप्‍प लॉंच की है। इसमें पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर सीट सीमित हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *