पढ़ें IPS अंकिता शर्मा की कहानी , घूंघट की आड़ से निकलकर करनी होगी सपनों की बाड़बंदी,

Bureaucrats Magazine – Breaking News यूपी के कानपुर में एडिशनल डीसीपी के पद पर तैनात आईपीएस अफसर अंकिता शर्मा अपनी सरलता और कुशल नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं. Bureaucrats Magazine के साथ उन्‍होंने खास बातचीत में महिलाओं के लिए कई बातें साझा की हैं. आइए जानें सब….

कानपुर. हमारा देश बदल रहा है और बदलते देश की तकदीर आज महिलाएं लिख रही हैं. महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदमताल कर रही हैं. यही नहीं, महिलाएं घर की जिम्मेदारी निभाने के साथ ही समाज की जिम्मेदारी भी उठा रही हैं. इसका जीता जागता उदाहरण आईपीएस ऑफिसर अंकिता शर्मा हैं.

हम कानपुर की उस आईपीएस ऑफिसर की बात कर रहे हैं, जिन्‍होंने इंजीनियरिंग करने के बाद लाखों रुपये की नौकरी के बजाय देश की सेवा करना अपने जीवन का लक्ष्य बनाया. अंकिता शर्मा इन दिनों कानपुर दक्षिण में बतौर एडिशनल डीसीपी तैनात हैं. जबकि वह अपनी सरलता और कुशल नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं. आइए जानते हैं आईपीएस अंकिता शर्मा का अब तक का सफर कैसा रहा.

राजस्थान की हैं अंकिता शर्मा
अंकिता शर्मा मूल रूप से राजस्थान के जयपुर की रहने वाली हैं. उनका जन्म 23 जुलाई 1992 को हुआ. बचपन से ही वह पढ़ाई में एक अच्छी विद्यार्थी रही हैं. अंकिता शर्मा के मुताबिक, 12वीं के बाद उन्‍होंने एनआईटी जमशेदपुर से 2014 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीटेक किया. इसके बाद कॉलेज से नौकरी ऑफर हुई, लेकिन आईपीएस बनने का रास्‍ता चुना. वहीं, तीसरे प्रयास में 2018 के कैडर में जगह बनाई.

परिवार का मिला भरपूर सहयोग
अंकिता शर्मा ने कहा कि उन्हें बचपन से लेकर अब तक परिवार वालों का पूरा सहयोग और साथ मिला है. जिस वजह से आज मैं किस मुकाम पर पहुंची हूं. साथ ही बताया कि उनके परिवार में शुरू से ही महिलाओं को बढ़ावा दिया गया है. उनकी दादी भी परिवार में महिलाओं को सशक्त करने के लिए जानी जाती थीं. जबकि मेरी मां भी केंद्रीय विद्यालय में सरकारी टीचर हैं.

बदल रहा है राजस्थान
राजस्थान का नाम सुनते ही हमारे जेहन में घूंघट ओढ़े महिलाओं और बाल विवाह जैसी तस्वीरें सामने आती हैं, लेकिन अंकिता शर्मा ने बताया कि आज राजस्थान की तस्वीर भी तेजी के साथ बदल रही है. अब महिलाएं घूंघट में नहीं बल्कि पुरुषों के साथ बराबर हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं. राजस्थान की महिलाएं अब प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में विभिन्न क्षेत्रों में कीर्तिमान गण रही हैं.

महिलाओं को फाइनेंशली इंडिपेंडेंट होना जरूरी
अंकिता शर्मा ने कहा कि महिलाओं को अपने हक के लिए आज सारी बंदिशें तोड़ कर वह जो करना चाहती हैं, वह करना चाहिए. आज हर महिला को फाइनेंशली इंडिपेंडेंट होना जरूरी है. वह किसी भी फील्ड में जाएं तो पूरे जुनून और काबिलियत से काम करना चाहिए. महिलाओं के अंदर वह काबिलियत है कि वह अपना हक प्यार से और लड़ झगड़ कर ले सकती हैं. अब महिला कमजोर नहीं बल्कि सशक्त हैं, इसीलिए हमारा देश भी अब सशक्त है.

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