कौन हैं रियल लाइफ में ‘सिंघम’ के नाम से मशहूर प्रशांत कुमार, पढ़िए पूरी कहानी…

गणतंत्र दिवस (Republic day 2022) पर उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant kumar) को वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (President Police Medal) प्रदान किया जाएगा. आइए विस्तार से जानते हैं एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार के बारे में.

IPS Prashant Kumar वर्तमान में UP पुलिस में बतौर ADG Law & Order पोस्टिड हैं। दिसंबर 2022 के बीच से राज्य के सभी पुलिस कमिश्नर ADG L&O IPS प्रशांत कुमार (ADG of Meerut) को रिपोर्ट करते हैं। ये आदेश DGP डीएस चौहान द्वारा जारी किया गया था। इतना ही नहीं ADG प्रशांत कुमार यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं।

प्रशांत कुमार (ADG of Meerut) करीब तीन साल से मेरठ जोन के एडीजी थे। उनके ADG रहते हुए सबसे अधिक एनकाउंटर मेरठ जोन में ही हुए थे। IPS prashant kumar मेरठ रेंज में 2007 में डीआईजी के पद पर तैनात रह चुके हैं।

उत्कृष्ट कार्य के लिए अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को 26 जनवरी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर डीजीपी डीएस चौहान ने अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र के साथ पिस्टल देकर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. इसके साथ ही डीजीपी ने प्रशांत कुमार और अमिताभ यश द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की थी।

रीयल लाइफ ‘सिंघम’ के नाम से मशहूर ADG Prashant Kumar एक टॉप लेवल के पुलिस अफसर हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक वह  300 से भी अधिक एनकाउंटर कर चुके हैं। आईपीएस अफसर प्रशांत कुमार (prashant kumar upsc rank) 1990 बैच के अधिकारी हैं। बिहार के सीवान में उनका (prashant kumar ) जन्म हुआ था। IPS ऑफिसर बनने से पहले प्रशांत कुमार ने MSc, MPhil और MBA भी किया था।

1990 में बतौर IPS प्रशांत कुमार का चयन जब हुआ था तो उन्हें तमिलनाडु कैडर मिला था। हालांकि 1994 में यूपी कैडर की आईएएस डिम्पल वर्मा (ADG Prashant Kumar wife) से शादी के बाद वह यूपी कैडर में ट्रांसफर हो गए थे।

प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश के अयोध्या, सोनभद्र, जौनपुर, बाराबंकी, गाजियाबाद, और सहारनपुर में एसपी और एसएसपी रहे हैं।वर्तमान में UP पुलिस में बतौर ADG Law & Order पोस्टिड हैं. दिसंबर 2022 के बीच से राज्य के सभी पुलिस कमिश्नर ADG L&O IPS प्रशांत कुमार को रिपोर्ट करते हैं.

आईपीएस ऑफिसर प्रशांत कुमार की कास्ट को लेकर फिलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। जैसे ही इस बारे में कोई जानकारी मिलती है हम यहां पर उनकी कास्ट और परिवार की जानकारी अपडेट कर देंगे।

प्रयागराज के उमेश पाल () हत्याकांड में शामिल सात गुनहगारों में से एक का एनकाउंटर उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया है। इस एनकाउंटर में यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law & Order prashant kumar) ने अहम भूमिका निभाई है।

आईपीएस प्रशांत कुमार (IPS prashant kumar) को वीरता के लिए 3 बार पुलिस पदक से नवाजा जा चुका है। साल 2020 और 2021 में इन्हें मेंगैलेंट्री अवॉर्ड मिला था। प्रशांत कुमार को गणतंत्र दिवस (Republic day 2022) पर राष्ट्रपति से वीरता का राष्ट्रपति पुलिस पदक (President Police Medal) भी मिल चुका है। यूपी सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बदमाशों को काबू करने के लिए प्रशांत कुमार को एडीजी बनाया था।

आईपीएस प्रशांत कुमार (IPS Prashant Kumar controversies) यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर फूल बरसाने पर सुर्खियों में भी आ चुके हैं। हाथरस बलात्कार और हत्या के बाद भी प्रशांत कुमार का नाम काफी सुर्खियों में रहा था। दरअसल इन दोनों मामलों के बाद उन्हें आलोचना का शिकार होना पड़ा था। वैसे, कावड़ यात्रा के दौरान फूल बरसाने वाले मामले पर सफाई में उनका कहना था कि उन्होंने जो किया था, वह सरकार के कहेनुसार हुआ था। शासन ने ही हेलीकॉप्टर  उपलब्ध कराया था। वही हाथरस वाले मामले में पीड़िता के शव को घरवालों को सूचित किए बिना जलाए जाने पर उन्होंने कहा था की डेड बॉडी काफी बिगड़ चुकी थी इसलिए परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए मृतदेह नहीं सौंपा गया था।

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