चाय बेचने वाले का बेटा बना IAS: प्रेरणादायक कहानी
हिमांशु गुप्ता, जिन्होंने बिना कोचिंग के तीन बार UPSC परीक्षा क्रैक कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया, उनकी कहानी प्रेरणा से भरी है।
गरीबी से जूझते हुए हिमांशु स्कूल जाने के बाद अपने पिता के साथ चाय की दुकान पर भी काम करते थे।
उन्होंने कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से बिना किसी मार्गदर्शन के यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को तीन बार पास किया।
पहले प्रयास में उन्होंने इंडियन रेलवे सर्विस (IRTS) में चयन प्राप्त किया, दूसरे प्रयास में इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) में और तीसरे प्रयास में 2020 में 139वीं रैंक हासिल कर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल हुए।
हिमांशु की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो सफलता हासिल करना चाहते हैं, चाहे उनकी परिस्थितियां कैसी भी हों।
उनकी सफलता यह दर्शाती है कि कड़ी मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
यहां उनकी कहानी के कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:
- गरीबी में पले-बढ़े: हिमांशु का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था।
- पिता के साथ चाय बेची: वे स्कूल जाने के बाद अपने पिता के साथ चाय की दुकान पर काम करते थे।
- बिना कोचिंग UPSC क्रैक: उन्होंने बिना किसी कोचिंग के तीन बार UPSC परीक्षा पास की।
- पहले IPS, फिर IAS: पहले IPS में चयनित हुए, फिर IAS बने।
- प्रेरणा का स्रोत: उनकी कहानी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
हिमांशु गुप्ता उन युवाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं जो विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता हासिल करना चाहते हैं।
उनकी कहानी हमें सिखाती है कि अगर हमारे मन में जज्बा है और हम मेहनत करने को तैयार हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।