लागी ऐसी लगन… कान्हा की दीवानी बन गईं IPS असलम खान, लड़की होकर भी कैसे पड़ गया लड़कों वाला नाम………….

Bureaucrats Magazine – Breaking News –IPS Aslam Khan : राजस्थान की राजधानी जयपुर की रहने वाली आईपीएस अधिकारी असलम खान कृष्ण भक्त के रूप में भी अपनी अलग पहचान रखती हैं। उनका माना है कि धर्म को जीवन के लिए सबसे जरूरी है। वह हिंदू धर्म सिर्फ जीवन जीने की शैली मानती हैं।

Bureaucrats Magazine –भारतीय पुलिस सेवा की सीनियर अधिकारी हैं असलम खान…….

दुनियाभर में कृष्ण के कई अनुयायी है। उनकी भक्ति का चमत्कार ही कुछ ऐसा है कि सात समंदर पार से भी लोग खींचे चले आते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कृष्ण भक्त से रूबरू करवाते हैं, जो सभी धर्मों का सम्मान करने के साथ कृष्ण के प्रति अपनी गहरी आस्था रखती हैं। इनका नाम हैं असलम खान, जो भारतीय पुलिस सेवा की सीनियर अधिकारी हैं।

​ऐसे हुई कृष्ण भक्ति की शुरुआत………….

आईपीएस असलम खान ने हाल ही एक इंटरव्यू में बताया है कि वो जयपुर की रहने वाली हैं। उनका साल 2014 में अपने एक बैचमेट के साथ जयपुर में आराध्य कहे जाने वाले गोविंद देव के मंदिर में जाना हुआ। बस यहीं से उनकी भक्ति की शुरुआत हो गई। इसके बाद उनका मन चैन्टिंग और मेडिटेशन में रमता चला गया

धर्म को मानती हैं जीने के लिए सबसे जरूरी………………

आईपीएस असलम खान धर्म को जीवन के लिए सबसे जरूरी मानती हैं। असलम खान सभी धर्मों में विश्वास रखती हैं। वे नमाज भी पढ़ती हैं और मंदिर भी जाती है। हिंदू धर्म में उनकी गहरी आस्था है। वो कहती है हिंदू धर्म सिर्फ धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की शैली है।

​मेरा परिवार भी लिब्रल है- असलम खान………………

कृष्ण भक्ति और इस्लाम में मूर्ति पूजा के विरोध पर असलम खान का कहना है कि इस्लाम में डायरेक्ट गॉड से कनेक्शन की बात की जाती है। हिंदू धर्म में भी भगवान से सीधे कनेक्शन की बात होती है, लेकिन दोनों के तरीके अलग है, उद्देश्य एक ही दिखता है। ऐसे में मुझे दोनों ही धर्मों में कोई अंतर समझ नहीं आता है। मेरा परिवार भी लिब्रल विचारधारा का रहा है। मेरे फादर डिफेंस सर्विंस में रहे और सभी धर्मों का आदर करते हैं।

असलम खान नाम पड़ने के भी रोचक वजह……………

महिला आईपीएस अधिकारी का नाम असलम होने के पीछे भी एक रोचक कहानी बताई जाती है। साल 2016 में दिल्ली में वुमन डे के एक कार्यक्रम के दौरान असलम खान ने इस खुद इस राज से पर्दा उठाया था। तब असलम वहां बतौर एडिशनल डीसीपी कार्यरत थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता को बेटा होने की उम्मीद थी। लेकिन मेरा जन्म हुआ, तो उन्होंने मेरा नाम ही असलम रख दिया।

दिल्ली के एक परिवार को दी आधी सैलेरी……………..

साल 2018 की बात है तब असलम काफी चर्चाओं में थी। दरअसल असलम के जूरिडिक्शन में ही जम्मू के एक ट्रक ड्राईवर मान सिंह का 9 जनवरी 2018 को दिल्ली के जहांगीरपुरी में लूट की नीयत से कत्ल कर दिया गया था। मान सिंह 5 सदस्यों के परिवार में अकेला कमाने वाला था। असलम को इस बारे में जब पता चला तो वह इस परिवार करा सहारा बनीं। फैमिली की मदद कर इंसानियत की मिसाल पेश की। बताया जाता है कि असलम खान पिछले कई महीनों से अपने वेतन का आधा भाग उस फैमिली को भेजती हैं। फोन करके भी इस परिवार की खैब खबर लेती रहती हैं।

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